अभी वीडियो देखें सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review
<केंद्र>[केंद्र>
1991 में रिलीज हुई सड़क कोई ऐसी महान फिल्म नहीं है कि उसका सीक्वल बनाया जाए, लेकिन 21 साल बाद फिल्म निर्देशन में लौटे महेश भट्ट कुछ नया करने का आत्मविश्वास नहीं जुटा पाए और उन्होंने पिछली सफलता को ही वर्तमान में खींचने की चेष्टा की है।
#Sadak2 #Moviereview #MaheshBhatt #AliaBhatt #SanjayDutt
लगा था कि महेश के हाथ कोई ऐसी स्क्रिप्ट लगी है कि जिसके मोह में उन्होंने अपना संन्यास तोड़ दिया, लेकिन सड़क 2 देखने के बाद लगता है कि महेश ने वहीं से सिरा पकड़ने की कोशिश की है जहां से उन्होंने अपनी अंतिम निर्देशित फिल्म ‘कारतूस’ (1999) में छोड़ा था।
21 साल में नदियों में बहुत पानी बह गया। फिल्म बनाने की विधा और दर्शकों की रूचि में जमीन-आसमान का अंतर आ गया।ओटीटी के दौर में जहां दर्शक उम्दा फिल्में और वेबसीरिज से रूबरू हो रहे हैं उस दौर में सड़क 2 जैसी फिल्में खालिस मनोरंजन की कसौटी पर भी खरी नहीं उतरती है। सिनेमाघर में भी फिल्म रिलीज होती तो निश्चित रूप से पिटती।
सड़क के किरदार रवि (संजय दत्त) को सड़क 2 में दिखा कर उन्होंने तार जोड़ा है। पूजा अब दुनिया में नहीं रही है और उम्रदराज रवि को जिंदगी जीने का कोई मकसद नजर नहीं आता। जान देने की असफल कोशिश भी वह कर चुका है।
“सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review“, स्रोत से लिया गया: https://www.youtube.com/watch?v=WmnHQcsLyUM
सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review के टैग: [title_words_as_hastags]
सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review लेख में निम्नलिखित सामग्री है: 1991 में रिलीज हुई सड़क कोई ऐसी महान फिल्म नहीं है कि उसका सीक्वल बनाया जाए, लेकिन 21 साल बाद फिल्म निर्देशन में लौटे महेश भट्ट कुछ नया करने का आत्मविश्वास नहीं जुटा पाए और उन्होंने पिछली सफलता को ही वर्तमान में खींचने की चेष्टा की है।
#Sadak2 #Moviereview #MaheshBhatt #AliaBhatt #SanjayDutt
लगा था कि महेश के हाथ कोई ऐसी स्क्रिप्ट लगी है कि जिसके मोह में उन्होंने अपना संन्यास तोड़ दिया, लेकिन सड़क 2 देखने के बाद लगता है कि महेश ने वहीं से सिरा पकड़ने की कोशिश की है जहां से उन्होंने अपनी अंतिम निर्देशित फिल्म ‘कारतूस’ (1999) में छोड़ा था।
21 साल में नदियों में बहुत पानी बह गया। फिल्म बनाने की विधा और दर्शकों की रूचि में जमीन-आसमान का अंतर आ गया।ओटीटी के दौर में जहां दर्शक उम्दा फिल्में और वेबसीरिज से रूबरू हो रहे हैं उस दौर में सड़क 2 जैसी फिल्में खालिस मनोरंजन की कसौटी पर भी खरी नहीं उतरती है। सिनेमाघर में भी फिल्म रिलीज होती तो निश्चित रूप से पिटती।
सड़क के किरदार रवि (संजय दत्त) को सड़क 2 में दिखा कर उन्होंने तार जोड़ा है। पूजा अब दुनिया में नहीं रही है और उम्रदराज रवि को जिंदगी जीने का कोई मकसद नजर नहीं आता। जान देने की असफल कोशिश भी वह कर चुका है।
सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review से कीवर्ड: [कीवर्ड]
सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review के बारे में अधिक जानकारी:
इस वीडियो को वर्तमान में 4064 बार देखा गया है, वीडियो निर्माण तिथि 2020-08-29 15:26:07 है, यदि आप इस वीडियो को डाउनलोड करना चाहते हैं, तो आप निम्न लिंक तक पहुंच सकते हैं: https://www.youtubepp.com/watch?v=WmnHQcsLyUM, टैग: [title_words_as_hastaggs]
वीडियो देखने के लिए धन्यवाद: सड़क 2 फिल्म समीक्षा : गड्ढों से भरी सड़क l Sadak 2: Movie Review.